वैकल्पिक विवाद समाधान (ADR) अदालत के बाहर विवादों को हल करने का एक तरीका है, जिसमें मध्यस्थता और सुलह प्रमुख हैं। यह प्रक्रिया तेज़, गोपनीय और कम खर्चीली होती है।
सुलह में एक तटस्थ व्यक्ति (Conciliator) पक्षों के बीच संवाद को प्रोत्साहित करता है ताकि वे आपसी सहमति से विवाद का समाधान कर सकें। यह निर्णय बाध्यकारी नहीं होता जब तक दोनों पक्ष सहमत न हों।
– स्वैच्छिक सहमति: दोनों पक्ष सहमत होते हैं।– निष्पक्ष मध्यस्थ: तटस्थ व्यक्ति निर्णय करता है।– बाध्यकारी निर्णय: निर्णय कानूनी रूप से मान्य होता है।– लचीलापन: पक्ष प्रक्रिया और नियम तय कर सकते हैं।